अवेयर फॉर रेयर कार्यशाला में चिकित्सकों ने लिया भाग

मरीजों के परिजनों ने भाग लिया

अवेयर फॉर रेयर कार्यशाला में चिकित्सकों ने लिया भाग

कार्यशाला का उद्देश्य चिकित्सकों, चिकित्साकर्मियों एवं मरीजों में दुर्लभ रोगों के प्रति जागरूकता को बढ़ाना था। विश्व में लगभग 7000 तक दुर्लभ रोगों की पहचान हो चुकी है एवं विश्व में 6 -8 प्रतिशत आबादी इन बीमारियों से ग्रसित हैं। 

जयपुर। विश्व दुर्लभ रोग दिवस के अवसर पर रेयर डिजीज इंडिया फाउंडेशन एवं नोडल सेंटर फॉर रेयर डिजीज जेके लोन अस्पताल के संयुक्त तत्वाधान में अवेयर फॉर रेयर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में चिकित्सकों, स्वास्थ्यकर्मियों, मरीजों एवं मरीजों के परिजनों ने भाग लिया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. कैलाश मीणा (अधीक्षक एवं सीनियर प्रोफेसर जेके लोन) अन्य विशिष्ट अतिथि प्रो रामबाबू शर्मा (कार्यवाहक विभागाध्यक्ष शिशु औषध ) डॉ. संदीप माथुर (विभागाध्यक्ष एंडोक्रिनोलॉजी), डॉ मुकेश डिगरवाल (प्रोजेक्ट डायरेक्टर-आर बी एस के) उपस्थित रहे।  

कार्यशाला के आयोजनकर्ता डॉ प्रियांशु माथुर (इनचार्ज एन सी आर डी, जे के लोन) डॉ. मनीषा गोयल (मेडिकल जेनेटिसिस्ट, जे के लोन), डॉ लोकेश गोयल (नोडल ऑफिसर- राजसंबल क्राउड फंडिंग पोर्टल) एवं सौरभ सिंह (अध्यक्ष एवं संस्थापक रेयर डिजीज इंडिया फाउंडेशन) ने पोस्टर विमोचन किया। कार्यशाला का उद्देश्य चिकित्सकों, चिकित्साकर्मियों एवं मरीजों में दुर्लभ रोगों के प्रति जागरूकता को बढ़ाना था। विश्व में लगभग 7000 तक दुर्लभ रोगों की पहचान हो चुकी है एवं विश्व में 6 -8 प्रतिशत आबादी इन बीमारियों से ग्रसित हैं। 

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