गुजरात से आत्महत्या करने कोटा पहुंचा बीटेक छात्र
भीमगंजमंडी पुलिस कोटा की सतर्कता से बची जान
कोटा में आने के बाद छात्र चंबल रेलवे पुलिया से आत्महत्या करने की फिराक में था।
कोटा। गुजरात से आत्महत्या करने के इरादे से कोटा पहुंचे बीटेक के एक छात्र को बुधवार को भीमगंजमंडी पुलिस ने सकुशल जैन होटल कोटा से दस्तयाब किया है। पुलिस छात्र से काउंसलिंग कर रही है। भीमगंजमंडी पुलिस की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए छात्र को आत्महत्या करने से पूर्व रेस्क्यू किया और उसके परिजनों को सूचना दी है। पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि भीमगंजमंडी थानाधिकारी रामकिशन गोदारा के नेतृत्व में गठित टीम ने 19 वर्षीय कोचिंग छात्र प्रथमेश निवासी बडोदरा गुजरात को कोटा जंक्शन के पास स्थित होटल से रेस्क्यू किया। छात्र ने बताया कि उसके कोचिंग में कम नम्बर आने से मानसिक अवसाद में था। इसबीच घरवालों से कहा-सुनी होने पर नाराज होकर आत्महत्या करने के लिए अपनी कोचिंग से बिना किसी को बताए ट्रेन से कोटा आ गया। कोटा में आने के बाद छात्र चंबल रेलवे पुलिया से आत्महत्या करने की फिराक में था।
होटल से मिली थी सूचना
पुलिस निरीक्षक रामकिशन गोदारा ने बताया कि बुधवार को जैन होटल से सूचना मिली थी कि एक बालक आया है, जो अवसाद में लग रहा है, आत्महत्या कर सकता है। इस पर पुलिस ने हैड कांस्टेबल ओमवीर, अजीराम आइसद, मुकेश कुमार जांगिड़ देवीलाल को शामिल करते हुए छात्र को दस्तयाब किया। छात्र ने बताया कि सरदार बल्लभ भाई पटेल यूनिवर्सिटी से संबंध टेक्नालॉजी कॉलेज बसाड़ से बीटेक प्रथम वर्ष का छात्र है, जो कि ट्रेन से कोटा उतर गया। इसके बाद उसने जैन होटल में कमरा लिया। वह कोटा में आत्महत्या करने आया था।
दो दिन से लापता, ट्रैक पर भी लेटा
पुलिस उप-अधीक्षक राजेश कुमार सोनी ने बताया कि छात्र प्रथमेश कुमार बड़ोदरा गुजरात का रहने वाला है और वह दो दिन से अपने घर से लापता चल रहा है। छात्र चंडीगढ़ से ट्रेन से बुधवार सुबह चार बजे कोटा रेलवे स्टेशन पर आया था। छात्र ने पूछताछ में बताया कि मंगलवार को उसकी पैसोें को लेकर पिता ने डांट दिया था तथा उसके 12वीं बोर्ड में भी अच्छे मार्कस नहीं आए थे। किसी तरह से सरदार बल्लभ भाई पटेल यूनिवर्सिटी से संबंधित टैक्नोलॉजी कॉलेज बड़ोदरा में एडमीशन मिला था तथा उसके साथ ही बीटेक के प्रथम सेमिस्टर का पेपर क्लीयर नहीं कर पाया था तथा एनडीए के पेपर में फेल हो गया था। मंगलवार को पैसों के लिए घर वालों से कहासुनी हो गई तो पिता का फोन काटकर कॉलेज से भाग आया और फिर वहां से रेलवे स्टेशन गया और फिर बड़ोदरा पहुंचा और चंड़ीगढ़ की ट्रेन से कोटा चार बजे आ गया था। यहां पहुंचकर पहले दो वार आत्महत्या करने का प्रयास किया। एक बार रेलवे ट्रेक पर लेट गया, लेकिन हिम्मत नहीं हुई तो फिर कोटा से जयपुर की ट्रेन पकड़ कर सवाईमाधोपुर पहुंचा और फिर वहां से एक घंटे बाद देहरादून ट्रेन से फिर कोटा आ गया और होटल बुक किया तथा होटल में भी आत्महत्या करने का प्रयास किया। इसके बाद होटल में पुलिस आ गई और फिर मुझे थाने लेकर आ गए।
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