प्लांटेशन का सीना चीर रहा माफिया, तमाशा देख रहा वन विभाग

आंवली-रोजड़ी वन भूमि पर दिनदहाड़े हो रहा अवैध खनन

प्लांटेशन का सीना चीर रहा माफिया, तमाशा देख रहा वन विभाग

प्रतिदिन चार से छह ट्रॉली पत्थरों की हो रही चोरी।

कोटा। रावतभाटा रोड पर डायवर्जन चैनल स्थित आवंली-रोजड़ी प्लांटेशन माफियाओं के हत्थे चढ़ चुका है। पांच किमी सुरक्षा दीवार चोरी करने के बाद अब माफिया प्लांटेशन का सीना चीर रहा है। दिनदहाड़े अवैध खनन कर चट्टाने तोड़ी जा रही है। इसके बावजूद वन विभाग कार्रवाई के बजाए तमाशा देख रहा है। हालात यह हैं, 50 हैक्टेयर वनखंड में तीन-तीन फीट गहरे गड्ढ़े हो रहे हैं। जमीन से मिट्टी और पत्थर निकाल बाजारों में बेचा जा रहा है। जबकि, इस वन खंड में रैंजर से लेकर बीट गार्ड तक दर्जनों वनकर्मियों की तैनाती रहती है। इसके बावजूद सरकारी सम्पति की चोरी हो रही है। विशेषज्ञों का मत है, अधिकारियों व कर्मचारी खुद ही माफियाओं से सांठगांठ कर अवैध खनन करवा रहे हैं और प्लांटेशन बर्बाद कर रहे हैं। 

ब्लास्टिंग कर तोड़ रहे चट्टानें 
स्थानीय निवासियों ने बताया कि आवंली-रोजड़ी वनखंड में माफिया ब्लास्टिंग कर चट्टाने तोड़ रहे हैं। दिनभर हथौड़ों व घनों से पत्थरों के टुकड़े किए जाते हैं। रात को ब्लास्टिंग की आवाजे आती हैं, कई बार नींद तक उछड़ जाती है। प्रतिदिन एक दर्जन से अधिक ट्रैक्टर-ट्रॉली पत्थर निकाले जाते हैं। जबकि, यहां नाकेदार सहित बीट गार्डों की तैनाती रहती है। इसके बावजूद खनन पर रोक नहीं लग रही। माफियाओं ने पूरा प्लांटेशन बर्बाद  कर दिया है।

सरकार को 1.29 करोड़ का नुकसान 
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, प्रत्येक 50 हैक्टेयर में प्लांटेशन के लिए सरकार की ओर से कोटा वन मंडल को चार किस्तों में 43 लाख रुपए का बजट मिला था। ऐसे में 50-50 हैक्टेयर के तीनों प्लांटेशन को मिलाकर कुल 1 करोड़ 29 लाख का रुपए मिले थे। इस राशि से 30 हजार पौधे लगाना, पत्थरों की दीवार बनाना, पानी की व्यवस्था करना सहित अन्य देखरेख के कार्य करने थे। इसके लिए रैंजर सहित नाकेदार की प्लांटेशन की रक्षा करने की जिम्मेदारी थी, इसके बावजूद वर्ष 2022 जून से जुलाई 2023 के बीच 5 किमी पत्थरों की दीवार ही चोरी हो गई। वहीं, प्लांटेशन भी सूखी झाड़ियों में तब्दील हो गए। वनकर्मियों की लापरवाही से सरकार को 1.29 करोड़ का नुकसान हुआ है।

पत्थर और मिट्टी का खनन
कोटा वन मंडल की लाडपुरा रैंज में आवंली रोजड़ी वनखंड में अवैध खनन की शिकायत पर नवज्योति 4 व 7 अप्रेल को मौके पर पहुंची। यहां हालात चौंकाने वाले थे। प्लांटेशन की 50 हैक्टेयर वन भूमि पर जगह-जगह दो से तीन फीट गहरे गड्ढ़े हो रहे थे।  माफियाओं ने मिट्टी व पत्थरों का खनन कर वनसम्पदा लूट ले गए। हैरानी की बात यह है, 50-50 हैक्टेयर के तीन प्लांटेशन  बर्बाद हो गया। सरेआम अवैध खनन हो रहा है। इसके बावजूद यहां तैनात कर्मचारियों ने रोकने तक का प्रयास नहीं किया। जिससे उनकी भूमिका संदिग्ध नजर आती है। 

Read More Khteri Mine में लिफ्ट घटना पर गहलोत, डोटासरा और पायलट ने दुख जताया

वनप्रेमी बोले  -
वनकर्मी ही माफियाओं से मिल करवा रहे खनन
कोटा वन मंडल के आवंली-रोजड़ी वनखंड में सुरक्षा दीवार की चोरी व अवैध खनन वन अधिकारी व कर्मचारी खुद करवा रहे हैं। रैंजर से बीट गार्ड तक की माफियाओं से सांठगांठ है, मामला उजागर होने के बावजूद रैंजर, नाकेदार, बीट गार्ड के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, बल्कि जांच के नाम पर लीपापोती कर बचाने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि, इनके खिलाफ विभाग को निष्पक्ष विभागीय जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लानी चाहिए। 
- तपेश्वर सिंह भाटी, अध्यक्ष, मुकुंदरा वन्यजीव एवं पर्यावरण समिति

Read More नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को सभी विवि में पूरी तरह से लागू किया जाएगा : मिश्र

जिन पर प्लांटेशन की रक्षा की जिम्मेदारी थी, उन्हीं के इशारों पर माफियाओं ने 150 हैक्टेयर के प्लांटेशन की सुरक्षा दीवार चोरी कर ली। वहीं, प्लांटेशन की वनभूमि में अवैध खनन करवाकर राजकीय सम्पति की चोरी करवा रहे हैं। जबकि, इस वनखंड के आगे वर्तमान में प्लांटेशन कार्य चल रहे हैं, जिसकी देखरेख के लिए कर्मचारी आते-जाते चोरी होते देखते रहे, सरकार से तनख्वाह लेने के बदले फर्ज नहीं निभाने वाले लापरवाह कार्मिकों के खिलाफ अनुशानात्मक कार्रवाई नहीं किया जाना संदेह के घेरे में है। मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। 
- देवव्रत सिंह हाड़ा, अध्यक्ष, पगमार्क फाउंडेशन

Read More लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस भजनलाल सरकार के खिलाफ सड़कों पर करेगी हल्ला बोल

हाल ही में मुख्य वन संरक्षक एवं फिल्ड निदेशक ने मौके का निरीक्षण किया था। जहां उन्होंने अवैध खनन व प्लांटेशन की सुरक्षा दीवार चोरी होने की बात स्वीकारी है। इसके बावजूद जिम्मेदार वनकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। वहीं, राजकीय सम्पति चोरी होने की न तो वन अधिनियम में मामला दर्ज किया गया और न ही पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया गया। वन विभाग की जमीन पर वनकर्मियों की इजाजत के बगैर कोई पैर भी नहीं रख सकता तो अवैध खनन कैसे हो रहे हैं। इसकी जांच की होनी चाहिए।
- रवि नागर, वाइल्ड लाइफ रिसर्चर

मामला उजागर होने के बाद मेने मौके पर पहुंच निरीक्षण किया  था। अवैध खनन और प्लांटेशन की दीवार चोरी होना सामने आया है। डीएफओ से इसकी जांच करवाई थी, उनकी तथ्यात्मक रिपोर्ट मिल गई है। अब मामले में वनकर्मियों की मिलीभगत व अवैध खनन के लिए दोषी कौन है, इसकी जांच के लिए उड़नदस्ता   डीएफओ को जांच के निर्देश दे दिए हैं। उनकी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई नियमानुसार की जाएगी ।
- रामकरण खैरवा, मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र निदेशक, वन विभाग कोटा

आंवली रोजड़ी में अवैध खनन के इश्यू हैं। यहां पुराने समय से ही खनन चला आ रहा है, जो गुगल अर्थ में भी नजर आ रहा है। यहां प्लांटेशन भी इसी मकसद से करवाया गया था कि आगे जाकर खनन पर रोक लग सके लेकिन जब प्लांटेशन का पीरियड खत्म हुआ और स्टाफ यहां से हटा तो संधारण वर्ष के एक-दो साल बाद खनन के इश्यू होने लगे। हालांकि, खनन रोकने के लिए पूरे जिले में कार्रवाई की जा रही है। हाल ही में डाढ़देवी वनक्षेत्र में पिछले तीन दिनों में माफियाओं के 10 डम्पर पकड़े हैं। 
- अपूर्व कृष्ण श्रीवास्तव, डीएफओ, कोटा वनमंडल

Post Comment

Comment List

Latest News

RPSC : सहायक आचार्य, पुस्तकालयाध्यक्ष एवं शारीरिक प्रशिक्षण अनुदेशक परीक्षा-2023 RPSC : सहायक आचार्य, पुस्तकालयाध्यक्ष एवं शारीरिक प्रशिक्षण अनुदेशक परीक्षा-2023
परीक्षा के प्रवेश-पत्र आयोग की वेबसाइट एवं एसएसओ पोर्टल पर परीक्षा दिनांक से तीन दिन पूर्व जारी किए जाएंगे।
जानलेवा होर्डिंग - मुंबई जैसा कोटा में ना हो जाए हादसा
मुफ्त राशन गरीबों का हक, इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर कांग्रेस देगी 10 किलो अनाज
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को सभी विवि में पूरी तरह से लागू किया जाएगा : मिश्र
कनाडा के जंगलों में लगी भीषण आग, 6,600 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया
स्वास्थ्य संकेतकों में सुधार के लिए राज्य स्तरीय अधिकारियों को जिम्मेदारी
Fly Overs पर वॉल पेंटिंग का दिया जाएगा सफाई का संदेश